राकेश भारतीय की कविताएँ

आज़ादी जिसका नाम लेकर जिस-तिस को गरिया रहे हो जिसके नाम पर जहां-तहां आग लगाते फिर रहे हो वो ‘आज़ादी’ मुफ्त में नहीं मिल गई है, ऐ युवकों कोई ‘आज़ाद’ भरी जवानी में लड़कर शहीद हुआ है कोई ‘बिस्‍मिल’ बेशिकन चेहरे से फांसी पर चढ़ा है किसी अशफ़ाक ने जिसे अपने मजहब से ऊपर रखा वीर सुभाष जिसके नाम पर

admin By admin

पं राजकुमार शुक्ल को मिले भारत रत्न

मोहनदास को महात्मा बनाने का काम पंडित शुक्ल ने की अश्विनी चौबे । आजादी के अमृत काल में पंडित शुक्ल की धरती को नमन करेगा देश - नित्यानंद राय । पंडित शुक्ल के त्याग निष्ठा और समर्पण से स्वाधीनता संग्राम को मिली गति- मिथिलेश तिवारी विशिष्ट अवदान को लेकर चार क्षेत्रों में पंडित राजकुमार शुक्ल शिखर सम्मान से हुए सम्मानित

admin By admin

चमक क्या है : रमाकांत नीलकंठ

- रमाकांत नीलकंठ पुरानी चीजें चमक खो देती हैं। चमक खोते ही चीजें अँधेरे के कब्जे में आ जाती हैं। चीजें चाहे जानेमाने जिन्दा व्यक्ति ही हों, अँधेरे की उफनती लहरों से पार नहीं पा पाते, गुम-से हो जाते हैं। अपने समय की फड़कती कलाकृतियां, रचनाएं तक पुरानी पड़ जाने के उस चोट से उबर नहीं पातीं जिसका मलहम नहीं

admin By admin
Create an Amazing Newspaper
Discover thousands of options, easy to customize layouts, one-click to import demo and much more.

Sponsored Content

Global Coronavirus Cases

Confirmed

0

Death

0

More Information: Covid-19 Statistics