*’शब्दाक्षर’ के काव्य अनुष्ठान में पुस्तक लोकार्पण*
'शब्दाक्षर' के काव्य अनुष्ठान में पुस्तक लोकार्पण* ------------------------ कोलकाता: रविवार की शाम…
“भारत में अँग्रेजी लोगों की प्रतिष्ठा (प्रेस्टीज) के साथ घनिष्ठता से जुड़ी हुई है” : पद्मश्री तोमियो मिजोकामि
- कुबेर कुमावत "ज्वालामुखी" जापानी लोगों द्वारा लिखित एवं प्रकाशित हिंदी की…
यूक्रेनी कवि यूरी बोत्वींकिन की कविताएं
फ़रिश्ता... मेरी रक्षा के लिए भेजे फ़रिश्ते, तुम हो भी क्या?.. और…
डॉ. रामकृष्ण के गीत
वस्तियाँ हैं, घर- घरौंदे, घंटियाँ बजतीं मंदिरों की सीढ़ियों पर चींटियाँ…
डाॅ. मधुसूदन साहा के दस दोहामुक्तक
(1) सोचा था कुछ और ही, हुआ मगर कुछ और। दस्तक देने…
चितरंजन भारती की कहानी- * जड़ों की ओर *
“उस किताब को तुम देख रही हो” देवजीत देवबर्मन उससे मुस्कुराकर बोला-…
डॉ. आशा सिंह सिकरवार की कविताएं
'बुरे दिनों में ' ( 1 ) बुरे दिनों में मुझे याद…
उमरचंद जायसवाल की ग़ज़लें
1. फिर कोई दिलदार मिला है मुझको मेरा प्यार मिला है अपलक…
डॉ. रामकृष्ण के गीत
1. अब नहीं भाते, चिढ़ाते टेसुओं के फूल। दोपहर की चिलचिलाती स्वयं…
ममता जयंत की कविताएं
1. मजदूर -------------------- उनका होना चेतना का होना है उनका चलना विकास…