देश के प्रसिद्ध साहित्कारों पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, लक्ष्मी शंकर बाजपेई, शिक्षाविद् एवं कवि एवं उद्भव विवेक गौतम, कवयित्री ममता किरण, कवि चंद्रमणि ब्रह्मदत्त ने आर.जे. रेखा के दूसरे कविता संग्रह “कोशिश करके देख” का भव्य लोकार्पण किया
*राजू बोहरा / वरिष्ठ पत्रकार, नई दिल्ली* नई दिल्ली,19 अक्टूबर 2024 ,…
निराला सम्मान के बहाने सेः ‘जो कुछ है बस है’
- रामचंद्र ओझा बहुत दिन अभी नहीं बीते हैं, जब विष्णुनागर को…
कवि हीरालाल की स्मृति सभा
प्रगतिशील लेखक संघ, जनवादी लेखक संघ एवं जन संस्कृति मंच के संयुक्त…
डॉ. रामकृष्ण के गीत
शायद शरद् आया द्वार।। उफनाती नदियों का जोश हो गया ढीला थमा…
चितरंजन भारती की कहानी- * सरकार तुम्हारी आँखों में *
एम. एल. ए. फ्लैट्स के विशाल फाटक के पास जैसे ही मेरा…
“कथालेख-गंगावतरण – एक प्रयास” : रामावतार ‘निश्छल’
प्रयास ही कहना उचित है क्योंकि मैं कहानीकार हूँ ही नहीं। कुछ…
* शब्दाक्षर * के काव्य अनुष्ठान में पुस्तक लोकार्पण*
'शब्दाक्षर' के काव्य अनुष्ठान में पुस्तक लोकार्पण* ------------------------ कोलकाता: रविवार की शाम…
“भारत में अँग्रेजी लोगों की प्रतिष्ठा (प्रेस्टीज) के साथ घनिष्ठता से जुड़ी हुई है” : पद्मश्री तोमियो मिजोकामि
- कुबेर कुमावत "ज्वालामुखी" जापानी लोगों द्वारा लिखित एवं प्रकाशित हिंदी की…
यूक्रेनी कवि यूरी बोत्वींकिन की कविताएं
फ़रिश्ता... मेरी रक्षा के लिए भेजे फ़रिश्ते, तुम हो भी क्या?.. और…
डॉ. रामकृष्ण के गीत
वस्तियाँ हैं, घर- घरौंदे, घंटियाँ बजतीं मंदिरों की सीढ़ियों पर चींटियाँ…