प्ले बैक सिंगर खुशी का नया सांग * टाइट हग सोहनेया*
-अमरनाथ प्ले बैक सिंगर खुशी का एक सॉन्ग्स आ रहा है जिसका नाम है "टाइट हग सोहनेया" यह एक अच्छा पंजाबी गाना है। इस म्यूजिक वीडियो में लॉग डिस्टेंस रिलेशनशिप…
अभिनेता हर्षवर्द्धन राणे व अभिनेत्री सीरत कपूर ने इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के ‘लकी ड्रा’ के विजेताओं को 50 लाख के पुरस्कार बांटे
- अमरनाथ नई दिल्ली: भारत का अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट, जो ग्राहक संबंधों और संतुष्टि की अपनी विरासत के लिए जाना जाता है, हंड्रेड परसेंट ग्राहक संतुष्टि हासिल करने…
चितरंजन भारती की कहानी : * छप्पन घावों का दर्द *
“अरे सुधा कमरे में अंधेरा क्यों है” सविता ट्यूबलाइट ऑन करती हुई बोली- “तिसपर तुमने दुपट्टे से अपना मुँह भी छुपा रखा है। इस तरह अंधेरे में रहने से क्या…
डेंगू हार रहा है होमियोपैथिक औषधियों से : डॉ. एम डी सिंह
इस समय डेंगू भारत के कई राज्यों जिनमें दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार प्रमुख हैं में एपिडेमिक के रूप में आतंक फैलाए हुए हैं एवं अन्य राज्यों में…
जसवीर त्यागी की कविताएं
कम-ज्यादा ÷÷÷÷÷÷÷ बच्चे के जाने के बाद अब घर में एक बच्चे का खाना कम बनता है अलगनी पर एक बच्चे के कपड़े कम सूखते हैं स्कूल की वैन और…
महेश कटारे सुगम की ग़ज़लें
1. जो नहीं अब तक हुआ वो आज होते देखिए ज़िन्दगी की जंग का आगाज़ होते देखिए जो दिये तुमने अभी तक ज़ुल्म वाले सिलसिले आज वापस मूल के संग…
धर्मपाल महेंद्र जैन की लंबी कविता – *मैं तुम्हारी अप्रसवा माँ *
(यह लंबी कविता उस माँ की व्यथा है जिसका गर्भ तीन बार गिर गया। पहले गर्भहरण पर वह अजन्मे शिशु को उसके अपराध से मुक्त करती है। दूसरे गर्भहरण पर…
काव्या कटारे की कहानी : ‘अपना दुःख-सुख’
सर्दियां अपने चरम पर थी । ठंड कम होने का नाम ही नहीं ले रही थी । बाहर तेज और ठंडी हवाएं सन्न-सन्न करके होड़ लगाने में व्यस्त थी। सूरज…
तेजस्वी के जन्मदिन पर बिहार की महिलाओं पर लाठीचार्ज, दलितों का अपमान : सम्राट
*जो घटना घटी उससे न केवल विधायिका बल्कि सदन को सीएम ने अपमानित किया : विजय सिन्हा* पटना, 9 नवंबर। बिहार विधानसभा में आज पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के…
*बशीर बद्र के साथ: सुबहे भोपाल* – गोपाल किशोर सक्सेना
ज़िन्दगी में इत्तेफ़ाक़ का ख़ासा अहम रोल होता है, भोपाल प्रवास में अपनी बहिन के घर अच्छे मूड में मेहदी हसन की ग़ज़ल गुनगुना रहा था 'अगर तू इत्तेफ़ाकन मिल…