राकेश भारतीय की कविताएँ
आज़ादी जिसका नाम लेकर जिस-तिस को गरिया रहे हो जिसके नाम पर जहां-तहां आग लगाते फिर रहे हो वो ‘आज़ादी’ मुफ्त में नहीं मिल गई है, ऐ युवकों कोई ‘आज़ाद’…
रत्नेश कुमार की कविताएं
1. चुनाव चुनाव महासमर है अगणित अगर -मगर है दिखता डेग- डेग पर अपना गांव -शहर है भीतर बैठा डर है बाहर खड़ा क़हर है जभी लगता लहर है तभी…
कवि रंजित तिवारी की कविताएं
मानव मानव कहां रह जाता है कुटिलता की धरा पर जब षड्यंत्र का शूल फलता है वैमनस्य का परिधान पहन संबंध अभिमान करता है नज़रें फिर जाती हैं जब -…
पाॅंचवाॅं ओमप्रकाश वाल्मीकि स्मृति साहित्य सम्मान समारोह -2024 संपन्न
30 जून 2024 को रोटरी क्लब, सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में साहित्य चेतना मंच द्वारा साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि के 74 वें जन्मदिवस के अवसर पर पाँचवें ओमप्रकाश वाल्मीकि स्मृति साहित्य सम्मान…
डॉ एम डी सिंह की ग़ज़लें
1. जागृत मैं अनुभूतियों की भाषा कह तो लिखूं प्रेम के पराकाष्ठा की परिभाषा कह तो लिखूं ऐ मित्र इतना उदास तू दिख आजकल क्यों रहा छीन लाकर प्रलय से…
‘समकाल की आवाज’ पर परिचर्चा* *कौशल किशोर की कविता में प्रतिबद्धता, संकल्पसिद्धता और निर्भीकता – प्रो सुधा उपाध्याय*
'आखर' ई जर्नल तथा फटकन यूट्यूब चैनल की ओर से कौशल किशोर के कविता संग्रह 'समकाल की आवाज चयनित कविताएं' पर परिचर्चा का आयोजन बीते रविवार को किया गया। इस…
यूके हिन्दी समिति की हिंदी ज्ञान परीक्षा का मौसम आरंभ
प्रस्तुति: शिखा वार्ष्णेय, लंदन। यूके हिन्दी समिति की हिन्दी ज्ञान परीक्षा का मौसम आरंभ हो चुका है। इसके अंतर्गत होने वाली भाषण प्रतियोगिता का आज प्रथम दिवस था। पांच साल…
*जन संस्कृति मंच, मऊ* *काव्य-संध्या का आयोजन*
मऊ, 1,जुलाई।राहुल सांकृत्यायन सृजनपीठ के सभागार में रविवार को साहित्य उन्नयन संघ व जन संस्कृति मंच के तत्वावधान में प्रसिद्ध पंजाबी कवि सुरजीत पातर की स्मृति में एक काव्य संध्या…
नीता अनामिका की कविताएं
सफर ****** ओ बारिश, मैंने तुम्हें कल रात अंधेरे में चुपके से दबे पाँव आते देखा तुम बरसती रही सारी रात और मैं बिस्तर पर करवटें बदलती रही तुम बरसती…
सत्येन्द्र कुमार रघुवंशी के गीत
*गीत* *हम कनक हुए होते* अवसादों के बीच हँसी की खनक हुए होते। जगह-जगह है आग, काश! हम कनक हुए होते। बारिश वाले मेघ काश! मरु में भी छा पाते।…