मराठी भाषी तीन नव कवियों की हिंदी में अनूदित कविताएं
कविता १) स्पेस : अशोक इंगले स्पेस कतार में ठीक से खड़ा…
डी एम मिश्र की ग़ज़लें
1. अँधेरा है घना फिर भी ग़ज़ल पूनम की कहते हो फटे…
ईप्सिता षडंगी की कविताएं
1) कस्तूरबा ----------- मूल ओड़िआ : ईप्सिता षडंगी अनुवाद: हरेकृष्ण दास आंखों…
देवेन्द्र कुमार चौधरी की कविताएं
जाड़े की एक सुबह 【1】 .......................... ओस कुहासों के पीछे छिपा रहा…
शहंशाह आलम की कविताएं
1. हँसना हँसने के लिए सबसे अच्छी जगह ढूँढ़ रखी है मैंने…
उमेश पंकज की कविताएं
रक्तिम समय में ....................... नफरतों के इस दौर में अपना शीष उतारा…
चित्तरंजन गोप ‘लुकाठी’ की कविताएं
१. खरीदारी ----------- आया हूं बाजार में खरीदारी करने मुझे कुछ चीजें…
ललन चतुर्वेदी की कविताएं
मैं लंबी कविताएं नहीं लिख सकता मैं छोटी- छोटी चीजों से घिरा…
चितरंजन भारती की कहानी – * नदी किनारे *
शहर के प्रमुख चौराहे से निकलकर जो सड़क नदी की तरफ…
सत्येन्द्र कुमार रघुवंशी की कविताएं
*किसी को न दिखे मेरा दुःख* बटुवे से गिरे फोटो की तरह…