स्वतंत्रता के बाद सामाजिक न्याय का श्रेष्ठतर मिशाल बना है बिहार : उमेश सिंह कुशवाहा
मुख्यमंत्री जी के कार्यकाल में स्कूल जाने वाली लड़कियों की संख्या 17.5 फीसदी वृद्धि - श्री उमेश सिंह कुशवाहा मुख्यमंत्री जी ने अतिपिछड़ा समाज के राजनीतिक भागीदारी को सुनिश्चित किया…
समीक्षा : आज की स्त्री की घोषणा “मैं चुप नहीं रहूँगी” : विजय कुमार तिवारी
आज की हिन्दी कहानी बदलाव का संकेत दे रही है,बदल रही है धीरे-धीरे परन्तु उसका स्वर दबा हुआ नहीं है। कहानी-नयी कहानी जैसे विमर्श का दौर बीत चुका है और…
दिनकर के काव्य में क्रांति और विद्रोह का स्वर : आदित्य अभिनव (चुम्मन प्रसाद)
धुँधली हुई दिशाएँ , छाने लगा कुहासा कुचली हुई शिखा से आने लगा धुँआ–सा । कोई मुझे बता दे ,क्या आज हो रहा है मुँह को छिपा तिमिर में क्यों…
प्रमोद चंद्रवंशी के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की, सम्राट ने सभी का किया स्वागत
सत्ता में बने रहना नीतीश की प्राथमिकता : सम्राट चौधरी भाजपा से बड़ी संख्या में जुड़ रहे लोग, यह अगले चुनाव परिणाम का संकेत : विजय सिन्हा नाम वही, व्यक्ति…
सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को दी चुनौती, विधानसभा भंग कर करा लें चुनाव, जमानत जब्त कराएंगे
शहीद दिवस पर भाजपा के नव नियुक्त पदाधिकारी पहुंचे सप्तमूर्ति, शहीदों को दी श्रद्धांजलि देश में न तुष्टिकरण चलेगा, न परिवारवाद चलेगा : सम्राट चौधरी प्रधानमंत्री शहीदों के अरमानों को…
अत्यंत भावप्रवण कवि विद्वान आचार्य और आदर्श कुलपति थे मेजर बलबीर सिंह ‘भसीन’
जयंती पर साहित्य सम्मेलन में आयोजित हुई लघुकथा-गोष्ठी पटना । प्रख्यात शिक्षाविद और साहित्यकार मेजर बलबीर सिंह 'भसीन' एक अत्यंत भाव-प्रवण कवि, मनोविज्ञान के विद्वान आचार्य और आदर्श कुलपति थे…
शहीद दिवस पर अमर स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी
पटना। शहीद दिवस के अवसर पर 11 अगस्त 1942 को आजादी के मतवाले सात अमर शहीद यथा उमाकांत प्रसाद सिंह, रामानन्द सिंह, सतीश प्रसाद झा, जगतपति कुमार, देवी प्रसाद चौधरी,…
डॉ. रामकृष्ण की ग़ज़लें
घर निकाला कर दिया अब पूछते क्या हाल है। बे निवाला कर दिया अब पूछते क्या हाल है।। आशियाने के लिए झेले न क्या- क्या क्या कहूँ। तुमने ताले जड़…
सुरेश शॉ की लघुकथा : * बिरादर *
रोज की तरह आज भी बीरसूलहाट में मर्दों की अपेक्षा औरत खरीदारों का हुजूम और ऊपर से साइकिल, रिक्शा तथा ठेला-गाड़ियों की आवाजाही बदस्तूर जारी था। यहाँ सस्ता और टिकाऊ…
हिंदी कथा साहित्यकार काशीनाथ सिंह के संस्मरणों में शैक्षिक मूल्य एक अंतर्दृष्टि: पढियार उषाबेन नानसिंह
पढियार उषाबेन नानसिंह, पीएचडी शोधार्थी, श्री गोविंद गुरु यूनिवर्सिटी, गोधरा, गुजरात, JAYAMBEHLL@GMAIL.COM MO : 7778006564 ----------------------------- शिक्षा शब्द बहुत अच्छा है सुनने से ही मन को बहुत आराम मिलता है…