८ जनवरी २०२४
काठमाडौं
विश्वप्रसिद्ध कम्युनिष्ट नेता लेनिन की स्मृति में शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में नेपाल में जनस्तर में लेनिन स्मृति शतवार्षिकी समिति गठन किया गया है । काठमाडौ में एक भेलाका आयोजन कर के लेखक, माक्र्सवादी चिन्तक, तथा अग्रणी कम्युनिष्ट बौद्धिक निनु चापागाईं के संयोजकत्व में लेनिन स्मृति शतवार्षिकीको मूल आयोजक समिति गठन किया गया । शतवार्षिकी समिति में माक्र्सवादी अर्थशास्त्री हरि रोका, साहित्यकार नारायण ढकाल, कवि तथा समालोचक डा. अमर गिरी, समालोचक तथा प्राध्यापक डा. ताराकान्त पाण्डेय, लेखक झलक सुवेदी, लेखक तथा पत्रकार तुल्सीदास महर्जन, कवि कल्पना चिलुवाल, कवि बलराम तिमल्सिना, लेखक रोशन जनकपुरी, गायक जीवन शर्मा, राजनीतिकर्मी प्रमोद धिताललगायत १७ सदस्य हैं । संयोजक चापागाईं ने बताया कि मूल आयोजक समिति को विस्तार कियाजायेगा और इस के माध्यम से २०२४ सालभर देश के विभिन्न स्थान में कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा ।
“यह हमारा प्रारम्भिक पहल है, शतवार्षिकी समितिद्वारा विभिन्न प्रदेश तथा शहरों में भी संयोजन समिति बनाकर कार्यक्र कियाजायेगा ।” संयोजक चापागाईं ने कहा । ‘हम मुख्य चार काम करेंगे–पहला, समाजवादी क्रान्ति में और माक्र्सवाद के विकास में लेनिन के योगदान के बारे में और उन के सान्दर्भिकता बारे विचारगोष्ठी एवं वैचारिक बहस करेंगे । दूसरा, लेनिन के महत्वपूर्ण रचनाओंका पुनप्रकाशन करेंगे । विभिन्न शहरों में सांस्कृतिक सभा और कलात्मक प्रदर्शन करेंगे और लेनिन के बारे में स्मारिका प्रकाशन करेंगे ।”
रूस में सन् १९१७ में सम्पन्न समाजवादी क्रान्ति के नायक तथा प्रथम समाजवादी व्यवस्था के संस्थापक लेनिन माक्र्सवादी धारा के दार्शनिक, क्रान्तिकारी सिद्धान्तकार और मजदूरवर्गीय आन्दोलन के अगुवा के रुप में प्रख्यात हैं । कार्ल माक्र्स और फ्रेडरिक एङ्गेल्सद्वारा प्रतिपादित किया गया कम्युनिष्ट सिद्धान्त को रुस में क्रान्ति सम्पन्न कर के व्यहारद्वारा सिद्ध करने में और दुनियाँ में समाजावादी क्रान्ति की अनिवार्यताका संदेशवाहक नेता है लेनिन । “अगर लेनिन नहीं होते तो मार्क्सवाद केवल युटोपिया के रूप में रहता और पुस्तक में सीमित होता । इस वजह से भी संसार भर के सच्चे मार्क्सवादी लेनिन को भूल नहीं सकते ।” नवगठित शतवार्षिकी समिति के सदस्य हरि रोका ने कहा ।
लेनिन का जन्म सन् १८७० अप्रिल २२ में और मृत्यु सन् १९२४ जनवरी २१ हुआ था । । सन् २०२४ में लेनिन की मृत्यु का १०० वर्ष पूरा हो चुका है । संसार भर के कम्युनिस्ट इस साल को लेनिन स्मृति की शताब्दी वर्ष के रूप में मना रहे हैं ।
लेनिन शतवार्षिकी समिति ने बताया है कि लेनिन की मृत्यु का दिन जनवरी २१ में आपना पहला कार्यक्रम काठमाडौं में आयोजन करेगा।