सत्यजित रे फिल्म तथा टेलीविजन संस्थान में हिन्दी पखवाड़ा समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे-ताजा टीवी के निदेशक तथा दैनिक छपते-छपते के संपादक श्री विश्वम्भर नेवर जी। श्री शांतनु बसु मल्लिक, वरिष्ठ प्रबंधक (सामग्री तथा संसाधन) से स्वागत व्यक्तव्य में कहा कि नेवर जी को मुख्य अतिथि के रूप में पाकर संस्थान गर्व का अनुभव कर रहा है। आपके विचारों से संस्थान लाभान्वित होगा। इसके पूर्व संस्थान के निदेशक श्री हिमांशु शेखर खटुआ ने अंगवस्त्र तथा मेमेंटो देकर नेवर जी को सम्मानित किया। निदेशक ने विगत एक वर्ष के दौरान संस्थान में हिन्दी में किए कार्यों का संक्षिप्त व्यौरा प्रस्तुत किया तथा हिंदी के प्रयोग प्रसार में उल्लेखनीय प्रगति के लिए हिंदी सलाहकार (राजभाषा तथा संचार) की प्रशंसा की। हिंदी कक्ष के अन्य कर्मचारियों का भी काफी योगदान है। संस्थान की सिने हंस राजभाषा पत्रिका के प्रकाशन हेतु हिन्दी कक्ष को धन्यवाद दिया तथा आशा व्यक्त की कि पत्रिका का प्रकाशन निरंतर किया जाएगा। मुख्य अतिथि ने कहा कि भारत बहुभाषी देश है, सभी भाषा का अपना महत्व है लेकिन हिंदी देश की राजभाषा है। यह देश के विभिन्न क्षेत्रों में बोली जाती है और समझी जाती है। हिंदी ने अन्य भाषा के शब्दों को लिया है। अंग्रेजी ने भी यही किया है। हमें आशा है कि संस्थान में अधिकांश अधिकारी अपना कार्य हिंदी में करेंगे।
श्री सत्य प्रकाश दुबे ने कहा कि हिंदी ने बांग्ला भाषा से बहुत सीखा है। नाटक बांग्ला भाषा की देन है। बीसवीं शताब्दी के हिंदी महाकवि निराला बंगाल की देन है। पहला हिंदी समाचार पत्र बंगाल से निकला, एम ए की पढ़ाई कलकत्ता विश्वविद्यालय से शुरू हुई, पहला हिंदी में एम ए होने का सुअवसर बांग्ला भाषी को है। धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रबंधक /आई टी ने कहा कि नेवर जी के विचारों से संस्थान उपकृत होगा तथा संस्थान में आने वाला कल राजभाषा हिन्दी का होगा। इस अवसर पर भरतनाट्यम भी मंचित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले कुल छब्बीस अधिकारियों /कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में संजय दास, एलिस कुमारी तथा उर्मी दास गुप्ता ने सहयोग प्रदान किया।
सत्यजित रे फिल्म तथा टेलीविजन संस्थान में हिन्दी पखवाड़ा
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