लालू जी पर केस करने के लिए जदयू को सार्वजनिक क्षमायाचना करना चाहिए : सम्राट
अररिया का मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि गवाह के संरक्षण देने में विफलता का है : सम्राट
पटना, 19 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक बार फिर कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि अररिया की घटना केवल मात्र एक हत्या का नहीं बल्कि पत्रकार की हत्या का और एक हत्या के गवाह के संरक्षण देने में विफलता का है ।
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री चौधरी ने जदयू के अध्यक्ष के एक बयान के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि मणिपुर में भी सभी आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं उनको जानकारी नहीं है तो जानकारी दीजिए।
उन्होंने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर समाप्त हो गया है ऐसे हमलोगों ने इसलिए कहा कि क्योंकि, यहां पुलिस वाले मारे जा रहे, पत्रकार के घर में घुसकर हत्या की गई, यह गंभीर बात है। पत्रकार के भाई की भी हत्या हुई थी, उसमे ये मुख्य गवाह थे, तो यह सिर्फ एक हत्या का मामला नहीं है, इसमें तो गवाह के हत्या का मामला है। इसमें तो उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।
उन्होंने पत्रकारों के एक प्रश्न पर कहा कि नीतीश कुमार बीमार हैं, सरकार स्वयं बीमार है तो बीमार लोगों को सब बीमार ही लगते हैं।
दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि, दरभंगा में 2 सौ एकड़ जमीन दिया गया था। मैं वहां का प्रभारी मंत्री था। 81 एकड़ जमीन आज भी एम्स के नाम पर एलॉटेड है। उसी जगह में एम्स बन जायेगा।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि भारत सरकार की मंशा साफ है। एम्स के लिए 1264 करोड़ रुपया दिया। वहां पर तिरंगा फहराने का काम एम्स के निदेशक ने किया इसलिए प्रधानमंत्री ने कहा कि एम्स के काम शुरू हो गया है। चौधरी ने कहा कि इसके बावजूद हम लोग भी आग्रह करेंगे देश के प्रधानमंत्री से उसी जगह पर तुरंत एम्स का निर्माण शुरू किया जाए।
लालू प्रसाद के सीबीआई द्वारा जमानत रद्द करने की याचिका के पर उन्होंने कहा कि लालू जी को नीतीश बाबू और नीतीश बाबू की पार्टी ने पंजीकृत अपराधी बनाया था। लाल यादव पर सारा केस जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया था। इस पाप के प्रायश्चित के लिए
उनको सार्वजनिक क्षमा याचना करना चाहिए।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि जनता दल यूनाइटेड कभी हां कभी ना करती है। इससे देश नहीं चलता है। चौधरी ने कहा कि सारे लोगों को फंसाने का काम सिर्फ नीतीश कुमार ने किया है।