-राज्य के एक जिला अस्पताल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया सर्वश्रेष्ठ का खिताब
-4 करोड़ 63 लाख का वित्तीय अनुदान भी मिलेगा
कोलकाता : राज्य में हो रहे पंचायत चुनाव के बीच ही केंद्र सरकार की तरफ से ममता बनर्जी सरकार को बड़ा तोहफा मिला है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बंगाल के एक जिला अस्पताल को प्रदर्शन व सेवा के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ का खिताब दिया है। यह सम्मान बालूरघाट जिला अस्पताल को मिला है। बता दें कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार यहीं से सांसद हैं। चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता के मामले में बालूरघाट जिला अस्पताल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ का खिताब दिया गया।
मालूम हो कि पहली बार राज्य के किसी अस्पताल को तीन श्रेणियों में यह सम्मान दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम के दौरे के बाद ही यह पुरस्कार दिया गया है।
इसी के साथ केंद्र सरकार ने अगले तीन वर्षों में बालूरघाट जिला अस्पताल को 4 करोड़ 63 लाख का वित्तीय अनुदान देने की भी घोषणा की है। इससे पहले इस अस्पताल ने काया प्रोजेक्ट में सर्वश्रेष्ठ का खिताब जीता था। इस बार भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पुरस्कार की घोषणा होते ही अस्पताल में खुशी की हवा बहने लगी। वहीं इस पुरस्कार के साथ जिला स्वास्थ्य विभाग ने सेवा में सुधार का वादा भी किया है। कुल मिलाकर पंचायत चुनाव से पहले राज्य को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
दरअसल, इस वर्ष मई में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने बालूरघाट जिला अस्पताल का दौरा किया था। उन्होंने तीन दिन तक अस्पताल का मुआयना किया। रोगियों के साथ बात की। उसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने रिपोर्ट तैयार की। दौरे के दौरान सभी विभागों में इलाज की सुविधा व गुणवत्ता की जांच की गई। लक्ष्य प्रोजेक्ट में अस्पताल के प्रसूति विभाग की जांच की गई और मुस्कान प्रोजेक्ट में शिशु विभाग का जमीनी स्तर पर दौरा किया गया। सभी विषयों की जांच के बाद केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने अंक दिया है। उस रिपोर्ट के बाद बालूरघाट जिला अस्पताल को तीन परियोजनाओं में क्रमश: 96, 94 और 93 फीसदी अंक मिले, जो एक बड़ी सफलता है।
दक्षिण दिनाजपुर जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी सुदीप दास ने कहा-राज्य में पहली बार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तीन परियोजनाओं में बालूरघाट जिला अस्पताल प्रथम आया है। इन तीन परियोजनाओं में अस्पताल के प्रसूति, शिशु, इमर्जेंसी समेत 16 विभागों की गुणवत्ता देखकर सर्टिफिकेट दिया गया है। इससे पहले किसी अस्पताल को यह सर्टिफिकेट नहीं मिला है। यह हमारे लिए गर्व की बात है।
बालूरघाट जिला अस्पताल के अधीक्षक कृष्णेंदु विकास बाग ने कहा-अस्पताल बहुत अच्छी जगह पर है। लेकिन यह सम्मान बरकरार रहना चाहिए। लोगों की शिकायतें दूर कर शत-प्रतिशत सेवा देने का प्रयास करूंगा।