1.
फिर कोई दिलदार मिला है
मुझको मेरा प्यार मिला है
अपलक नैनों से उसे देखूं
जीवन का आधार मिला है
भटका दर-दर अब जा पाया
मुझको भी घर-बार मिला है
सच कहता हूं तुमको पाकर
एक नया संसार मिला है
मुरझाई थी मेरी बगिया
फूलों का उपहार मिला है।
2.
प्यार करना तुम्हें सिखाऊंगा
दिल में अपने तुम्हें बसाऊंगा
दूर जाना ना छोड़ कर मुझको
विरह में तेरे मैं मर जाऊंगा
मैं तो भटका हुआ मुसाफिर हूं
लौट कर पास तेरे आऊगा
गीत गजलों की अपने माला से
दिलरूबा मैं तुम्हें सजाऊंगा
मिलकर तू देख तो कभी मुझसे
पा तुम्हें रब को भूल जाऊंगा
तू सता ले भले मुझे जितना
तेरे जुल्मों को भूल जाऊंगा
रूठना तुम ना कभी भी मुझसे
जान देकर तुम्हें मनाऊंगा।
3.
चिलमन की ओट ठीक नहीं चांद के लिए
चिलमन हटा कर चांद सा चेहरा दिखाईये
आंखें नशीली आपकी वैसे तो बहुत है
अब आंज कर काजल नहीं मुझको दिखलाईये
दीवाने ढेरों से है मेरे नीमबाज के
कह दे कोई उनको ना अब खंजर चलाइये
जब शौक हो मिलने का चले आईए हजूर
खूद पर ना करें जूल्म ना मुझको सताईये
आऊंगा सबके सामने ले जाऊंगा तुम्हें
चिलमन की ओट कर के ना मूंह को बिताइये ।
4.
नज़रें चुरा कर देख या नजरें मिला कर देख
मेरी यह इल्तज़ा है बस तू मुस्करा कर देख
तू महजबीं हो नहीं कोई तेरा जवाब
सच कह रहा हूं मैं जरा दर्पण उठा कर देख
दीदार तेरा कर के ही जाऊंगा अपने दर
आशिक है कोई तेरा तू चिलमन उठा कर देख
कर चॉक मेरा सीना मैं ना उफ़ भी करूंगा
सुन नाज़नीन तू जोर से खंजर चला कर देख ।
5.
जिंदगी के मजे दिला देंगे
प्यार करना तुम्हें सीखा देंगे
मौत तो एक दिन आनी ही है
जिंदगी जीना हम सीखा देंगे
पास बैठो मेरे उदास ना हो
गुदगुदा कर तुम्हें हंसा देंगे
दिल का खाली है सिंहासन मेरा
तुम जो चाहो तुम्हें बैठा देंगे
गीत ग़ज़लों की माला रखता हूं
तुम कहो तुम को हम सजा देंगे
6.
फिर कोई दिलदार मिला है
मुझको मेरा प्यार मिला है
देखूं या फिर चूमूं उसको
ऐसा कुछ अधिकार मिला है
जिसको चाहा उसको पाया
ईश्वर का वरदान मिला है
सबसे मै ख़ुश सब मुझसे खुश
जीवन में उल्लास मिला है
चलो प्यार उनसे भी कर लो
जिनको सदा धित्कार मिला है
——–
चक्रधरपुर, झारखंड