– अमरनाथ
एक्टर बलकार सिंह अपनी मेहनत और जुनून की बदौलत फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहेचान बनाई है। कुछ कर गुजरने का सपना हर एक युवक देखता है परन्तु जुनून की हद तक जाना हर किसी के बस की बात नहीं होती लेकिन एक्टर बलकार सिंह ने इसको गलत साबित कर दिखाया और मेहनती लोगों में अपना नाम दर्ज करा लिये। बलकार सिंह जालंधर शहर के नजदीक एक गांव जमशेर खास का रहने वाला यह युवक अदाकारी में अपना नाम कमाने के लिए मुंबई तक का सफर कर चुका है। उसकी यह सख्त मेहनत अब रंग ला रही है और वो बॉलीवुड के साथ साथ पॉलीवुड में भी अपना अच्छा मुकाम हासिल कर रहा है, अदाकार बलकार सिंह ने अपना फिल्मी सफर दूरदर्शन के प्रोग्राम ‘कुछ तो करो विचार’ से शुरू किया, सबसे पहला मौका उनको संता-बंता ने अपने शो में दिया। इसके बाद पंजाबी चैनल पर पंजाबी सीरियल ‘खेल तकदीर दे’ में उसने बतौर हीरो काम किया। आगे चलकर और कई पंजाबी सीरियल में भी उन्होंने कम किया। अब तक बलकार सिंह लगभग शतक से भी ऊपर गानों में अलग-अलग किरदारों में नजर आ चुके हैं। इसी तरह छोटे पर्दे बड़े पर्दे की तरफ उसके सफर की शुरुआत हुई और उन्हें बॉलीवुड की बहुचर्चित फिल्म दंगल में आमिर खान के साथ काम करने का मौका मिला, इसके बाद उनकी आमद पंजाबी फिल्मों में हुई और उन्होंने पहली पंजाबी फिल्म गुमराह में वो एक पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार में नजर आए। यह किरदार बखूबी निभाया।
फिल्म चत्र तारा रिलीज हुई जिसमें उन्होंने एक कॉमेडियन किरदार निभाया, उसके इस किरदार को बहुत सराहा गया। पिछले साल उनकी 8-9 पंजाबी फिल्में हफ्ता दर हफ्ता रिलीज हुई, 15 मई को बड़े पर्दे पर आई उनकी फिल्म गैंगस्ट वर्सेस स्टेट, इस फिल्म में एक करप्ट और जालिम इंस्पेक्टर का किरदार निभाया और इसी महीने दूसरी फिल्म ब्लैक एंड व्हाइट टीवी बड़े पर्दे पर पर्दा पेश हुई। एक ही महीने में दो फिल्में रिलीज होने की वजह से कैरियर में एक दम से उछाल आ गया और दर्शकों में उसकी पहचान और गहरी हो गई। किरदार में कैसे उतरना है और उस किरदार में कैसे ढलना है, किरदार पर पकड़ कैसे बनानी है, इस कलाकार को बखूबी आता है, किरदार की छवि को पकड़ने के लिए वो हर हद तक जाने की कोशिश करता है। जब उसे फिल्म शूद्र से खालसा मिली जिसमें उसे महापंडित का किरदार निभाना था, किरदार के लिए जरूरी था कि सर के सारे बाल उतारकर गंजा होना, इस कलाकार ने अपने सर के बाल उतारने में जरा भी संकोच ना किया और किरदार के लिए गंजा हो गया। विवादों के चलते ये फिल्म रिलीज ना हो सकी और भारत सरकार ने इस फिल्म पर बैन लगा दिया। जुलाई महीने में अदाकार बलकार सिंह की तीन पंजाबी फिल्में रिलीज हुईं, पहली बड़ी फिल्म डीएसपी देव जिसमें उसने विलेन का किरदार निभाया। इसके बाद इसी महीने उसकी दूसरी फिल्म रिलीज हुई जिसका नाम है जही सरदार। इस फिल्म में उसने बड़े कलाकारों के साथ काम किया और इसी महीने उसकी तीसरी फिल्म जट जुगाड़ी हुनदे ने रिलीज हुई। इस फिल्म में उसने कॉमेडियन विलेन का किरदार निभाया। जिक्रयोग है कि बलकार सिंह ने अभी तक बहुत सारी लघु फिल्में भी की हैं, उमरा दे संताप, पंगे सरपंची दे, इस भूतां वाली हवेली, 15 अगस्त, माँ दा दाज, करसी, थोड़ा सच आज रिलीज हो चुकी हैं। बतौर एक्टर बलकार सिंह को लघु फिल्म ड्रग्स में काम करने के लिए शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल लुधियाना में सर्वोत्तम अदाकार का पुरस्कार मिल चुका है। बड़ी फिल्मों में बड़ा नाम कमाने की चाह रखने वाला एक्टर से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और तरक्की करेगा अपना और अपने गांव का नाम रोशन करेगा।