देश की महिलाओं की अंतिम आश,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार: लेशी सिंह
05 सितम्बर 2023
मंगलवार को जनता दल(यू0) मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में बिहार सरकार की खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मा0 मंत्री श्रीमती लेशी सिंह ने प्रदेशभर से पहुंचे आम लोगों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की शिकायतों को सुनकर उसके निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दी ।
इस मौके पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जबाव देते हुए मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसीदी सीट आरक्षित करने की चिरप्रतीक्षित मांग को भाजपा सरकार वर्ष: 2014 तथा वर्ष: 2019 के लोकसभा चुनाव के जारी संकल्प पत्र में पूरा करने का वचन दिया था परन्तु आज तक केन्द्र की सरकार पूरा करना तो दूर इसपर चर्चा तक नहीं कर रही हैं।
मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार महिलाओं के साथ किये गये वायदे को पूरा नहीं कर विश्वासघात करने का काम किया। जिसका करारा जबाव देश की महिला आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को देने वाली है
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वर्ष-2005 में सत्ता संभालते ही महिलाओं को त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था तथा नगर निकाय चुनाव में आधी भागीदारी दी। साथ ही महिलाओं को नौकरी में आरक्षण प्रदान किया। महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर जीविका के साधन के कई अवसर दिये जिससे अबला कहलाने वाली महिलाएँ सबला बन कर उभरी हैं। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के महिला सशक्तिकरण के ऐतिहासिक कदम आज देश -दुनिया के लिए नजीर बन गया है।
मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि देश की महिला मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की ओर आशा भरी निगाह से देख रही हैं। श्री नीतीश कुमार के विपक्षी एकता की मुहिम जिस तरह सफल होती दिख रही है। महिलाओं में विश्वास पैदा हो रहा है कि देश में विपक्षी एकता की सरकार बनेगी तो देश में महिला सशक्तिकरण का नीतीश मॅाडल लागू होगा और तभी लोकसभा-विधानसभा में महिलाओं के 33 फीसीदी आरक्षण श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में संभव हो पायेगा।
वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर मीडिया के सवालों का जबाव देते हुए मंत्री श्रीमती सिंह के कहा कि अभी वन नेशन वन इलेक्शन का प्रस्ताव लाना भाजपा की जुमलाबाजी है। यह इतनी जल्दी संभव नहीं है। आगामी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ राजस्थान समेत अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव में भाजपा की जबरदस्त हार तय है। यह भाजपा अंदरूनी तौर पर समझ गयी है। इसी से घबराकर इन राज्यों में चुनाव टालने के लिए ये कवायद चल रही है। जबकि अभी भाजपा को महिलाओं को लोकसभा, विधानसभा चुनाव में महिला आरक्षण विधेयक लागू करने पर बात करनी चाहिए। युवाओं को रोजगार देने एवं महंगाई कम करने पर विचार करना चहिए। ये सब जनसरोकार के मुद्दे पर चर्चा के बजाय भाजपा लोगों का ध्यान भटकाने के लिए रोज नया सगूफा छोड़ रही है।