स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 जागरूकता कार्यक्रम
स्वच्छता ही जीवन का मूलाधार
पटना के विद्या कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज संपतचक में स्वच्छ पटना अभियान के अंतर्गत पटना नगर निगम की स्वच्छता की ब्रांड एंबेसडर डॉ नीतू कुमारी नवगीत के द्वारा छात्र-छात्राओं के बीच जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक मुख्य अतिथि दीपू कुमार यादव, समाजसेवी किसलय किशोर,
प्रियंश प्रियम AGM ( मैथन स्टील) बिहार झारखंड,
डॉ. चंद्रशेखर प्रजापति एवं साकेत कुमार,असिस्टेंट प्रोफेसर,विद्या कॉलेज ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज़ ने किया।
सर्वप्रथम नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समाज में स्वच्छता एवं सफाई के महत्व को रेखांकित करते हुए यह संदेश देने की कोशिश की गई की स्वच्छता ही जीवन का मूलाधार है। जहां स्वच्छता है वही सोच है, जहां सोच है, वहीं समृद्धि है और जहां समृद्धि है वहीं संस्कार होता है।
तत्पश्चात महाविधालय के विभिन्न छात्र-छात्राओं द्वारा भाषण एवं पोस्टर प्रदर्शनी से जागरूकता अभियान चलाया गया। स्वच्छता पर आधारित नुक्कड़ नाटक में निशा कुमारी, मोनाली कुमारी,प्रियंका कुमारी,अंजली कुमारी ,डॉली कुमारी
उषा रानी,प्रतिभा कुमारी,अनुपमा कुमारी,शशि कुमार एवं
रविशंकर कुमार ने भाग लिया।
कॉलेज के निदेशक दीपू कुमार ने अपने स्वागत भाषण में छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि न सिर्फ घर अपितु आसपास के वातावरण को भी स्वच्छ रखना है एवं शारीरिक स्वच्छता के साथ-साथ मानसिक स्वच्छता भी जरूरी है। जागरूक रहें और जागरूकता को आगे बढ़ाएं तभी स्वच्छ पटना मिशन सफल होगा।
स्वच्छता जागरूकता अभियान की पटना नगर निगम की ब्रांड एंबेसडर एवं प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने छात्रों से आग्रह किया कि बापू के स्वप्न को साकार करने के लिए हम सब भी अपना वृहद योगदान दें, तभी उनके सपनों के भारत का निर्माण होगा।
उन्होंने जीत के माध्यम से भी उत्सवों का आह्वान किया कि हमारा पर्यावरण स्वच्छ रहे। हमारे आसपास का वातावरण स्वस्थ रहे एवं साफ सफाई पर मुक्त से रहे, तभी मन व मस्तिष्क भी स्वस्थ रहेगा एवं उसे सुंदर पल्लवित वातावरण में ही देवता भी निवास करेंगे।
मुख्य अतिथि चर्चित समाजसेवी एवं साहित्यकार किशलय किशोर ने स्वच्छता अभियान के आधार के रूप में छात्राओं को मद्देनजर रखते हुए नारी शक्ति को ही रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि नारी शक्ति ही किसी भी अभियान की सफलता का मूल तत्व है। नारी बच्चों में संस्कार देती हैं एवं बीएड कॉलेज की छात्राएं कल को शिक्षक बनेगी तो निश्चित रूप से अपने छात्रों को प्रेरित करेंगे कैसे साफ-सफाई को दृष्टिगत रखते हुए समाज को अनुशासित एवं स्वच्छ रखें।
किशलय किशोर ने कहा कि स्वच्छता के प्रति जुनून ऐसा होना चाहिए कि किसी भी बंधन एवं मानक को छोड़ते हुए जहां आवश्यकता पड़े वहां झाड़ू से लेकर कोई भी ऐसा साधन सहजता से उठाना चाहिए जिससे सफाई अभियान में और स्वच्छता में मदद मिले। इससे ही समाज उत्प्रेरित होगा एवं इस प्रेरणा के पश्चात ही स्वच्छ स्वस्थ समाज का निर्माण होगा।
मैथन स्टील टीएमटी के बिहार प्रमुख प्रियेश प्रियम ने आमजनों से आवाहन करते हुए कहा कि स्वच्छता तो बिहारी के मन मस्तिष्क में पुरातन काल से ही रची बसी हुई है।
हड़प्पा काल से ही शहरों का निर्माण होता था तो प्रमुखता से इस बात को ही दृष्टिगोचर किया जाता था कि किसी भी वातावरण एवं परिस्थिति में नगर साफ रहे नालियां स्वच्छ रहे पर्यावरण प्रदूषण मुक्त हो और पाटलिपुत्र साम्राज्य में भी मूल रूप से और पूर्णता उसी का अनुकरण किया गया।जरूरत है पुरातनता के साथ नूतनता को जोड़ते हुए स्वच्छ पटना का आधार तैयार किया जा सके ताकि स्वस्थ मन मस्तिष्क के साथ सुंदर समाज का हुई निर्माण हो सके। वाद-संवाद प्रतियोगिता में वाद संवाद में प्रेमचंद कुमार, शुब्रतो, आनंद कुमार,बैदेही कुमारी
अंबिका कुमारी,संध्या पांडे,सुप्रिया भारती आदि ने भाग लिया।