बिहार सरकार प्रतिबद्ध मगर भाजपा को सिर्फ अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता
13 जुलाई 2023, पटना
बिहार जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने भाजपा के विधानसभा मार्च पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की एकजुटता से बौखलाई हुई भाजपा अब अपने पोषित गुंडों के सहारे सरकार को डराने की कोशिश कर रही है। बृहस्पतिवार को जिस प्रकार से भाजपा के लोगों ने पटना की सड़कों पर अराजक माहौल मनाया उससे यह स्पष्ट सिद्ध होता है कि ये लोग राजनीतिक दल कहलाने के लायक नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी बात सरकार के समक्ष रखने का एक तौर-तरीका होता है और लोकतंत्र में आस्था रखने वाले सभी लोग लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत ही अपनी बात रखते हैं मगर भाजपा द्वारा कानून-व्यवस्था को हाथ में लेना, आम लोगों के जनजीवन को बाधित करना और पुलिसकर्मियों पर पथराव कर अपना विरोध प्रकट करना घोर निंदनीय और भर्त्सना योग्य है। भाजपा के लोगों ने विरोध प्रकट करने का जो रवैया अपनाया वह पूरी तरीके से अलोकतांत्रिक और संवैधानिक था। सदन से सड़क तक इन लोगों ने अपने अनुशासनहीनता का परिचय दिया है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज कायम है और मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की सरकार बेहद संवेदनशील है। सड़कों पर तांडव करने वालों के साथ प्रशासन कानूनी तरीके से निपटेने सक्षम है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को ना ही शिक्षकों से कोई हमदर्दी है और ना ही शिक्षा व्यवस्था की चिन्ता। ये लोग सिर्फ राजनीतिक नौटंकीबाजी कर रहे हैं और बिहार की जनता भी इस बात को अच्छे से समझ रही है। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने प्रदेश की शिक्षकों एवं शिक्षा व्यवस्था को सदृढ़ करने के लिए जो अभूतपूर्व कार्य किए हैं वह किसी से छिपा हुआ नहीं है। सारी चीज़ें धरातल पर आज स्पष्ट दिखाई देती है। मुख्यमंत्री जी ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाकर प्रदेश के भविष्य को संवारने का काम किया है। बिहार के नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान हो इस दिशा में नई शिक्षा नियमावली लाई गई मगर भाजपा के लोग बिहार के शिक्षकों को बरगलाने के प्रयास में जुटे हुए हैं और उन्हें भ्रमित कर रहे हैं। भाजपा का यह प्रयास क़भी सफल नहीं होगा क्योंकि जनता भी समझ चुकी है कि ये लोग सिर्फ़ अपने राजनीतिक स्वार्थ को साधने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।