-गड़बड़ी वाले बूथों पर की दोबारा मतदान कराने की मांग
कोलकाता : शनिवार को राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान घटी हिंसा की घटनाओं के लिए विरोधी दलों ने राज्य चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया है। वाममोर्चा ते चेयरमैन विमान बसु, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर चौधरी, राज्य के विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक स्वर से कहा कि मतदान के दौरान हुई हिंसा की वजह चुनाव आयोग है। उन्होंने कहा कि राज्य के चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा की व्यर्थता के कारण इस दिन हिंसात्मक वोट हुआ है। शुभेंदु अधिकारी ने तो राज्य में 356 धारा लागू करने की मांग की। शाम को उन्होंने राज्य चुनाव आयोग के दफ्तर का घेराव किया।
इस दिन शाम को वाममोर्चा की तरफ से एक जुलूस निकाला गया जो राज्य चुनाव आयोग के दफ्तर तक गया। जुलूस में वाममोर्चा के विभिन्न घटक दलों के नेता शामिल हुए।
बाद में वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बसु ने कहा-राज्य चुनाव आयोग व राज्य सरकार ने पंचायत चुनाव को प्रहसन यानी मजाक बना दिया है। इस दिन जिन बूथों पर गड़बड़ी हुई, बैलेट बाक्स लूटे गए, उन सभी बूथों पर दोबारा मतदान कराने की मांग की। विमान ने कहा-राज्य चुनाव आयुक्त बहरे हैं। वे आंखों से देख नहीं सकते और कान से सुन नहीं सकते। उन्हें ग्रामीण बंगाल की वास्तविक तस्वीर के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
विमान ने कहा-कमिश्नर ने अपने कार्यालय में बैठकर कहा कि जब राज्य के विभिन्न जिलों में पंचायत चुनाव के दिन कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई उनके पास केवल तीन मौतों की रिपोर्ट है। उनका जिक्र करते हुए मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि आयुक्त अज्ञानी हैं। उन्होंने क्या कहा, इसका कोई महत्व नहीं है। अज्ञान कभी भी आनंद नहीं हो सकता। विमान ने कहा-अगर वह अक्षम है तो उसके पास कई बहाने हैं। सरकारी कर्मचारियों का संघर्षशील संयुक्त मंच भी इस दिन शाम को आयोग कार्यालय भी गया।
बहरामपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा कि राज्य चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री, सत्तारूढ़ दल और उसके गुर्गे पुलिस ने पंचायत चुनाव को तमाशा बना दिया है। मुझे नहीं पता कि इस चुनाव की क्या जरूरत थी। आयोग आज मतदान के नतीजे घोषित कर सकता था। उनका आरोप है कि आयोग और राज्य सरकार ने अदालत के सभी आदेशों को नजरअंदाज कर दिया है। आज लोकतंत्र की हत्या हो गयी है।