“मैं अटल हूँ” की भूमिका में पंकज त्रिपाठी
अमरनाथ *"मैं अटल हूं" में टाइटल भूमिका निभा रहे पंकज त्रिपाठी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कविता और साहित्य उनके और पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के…
18 साल से नीतीश सीएम फिर भी बिहार सबसे पिछड़ा : सम्राट चौधरी
बिहार में भाजपा की सरकार बनने पर सीता मैया का बनेगा भव्य मंदिर * आज पूरी दुनिया में मोदी की धाक,अंग्रेजों को पछाड़ कर भारतीय अर्थव्यवस्था 11 वें से 5…
5 जुलाई को धूमधाम से मनेगी हाजीपुर में स्व. रामविलास पासवान की जयंती
दिनांक 26 जून, 2023 लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के संस्थापक पद्म भूषण स्वर्गीय रामविलास पासवान जी जयंती समारोह आगामी 5 जुलाई को हाजीपुर में हर्षोल्लास के साथ भव्य रूप में…
1600 करोड़ के एंबुलेंस घोटाले के दोषी पर हो कार्रवाई : सुशील कुमार मोदी
पटना। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने एंबुलेंस घोटाले की चर्चा करते हुए कहा कि जदयू सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी के बेटे की कंपनी…
हम पार्टी के कई महत्वपूर्ण चेहरे ने थामा जदयू का तीर
जीतन राम मांझी ने मुसहर भुईया समाज को कलंकित किया है -रत्नेश सदा नीतीश कुमार जी ने अपनी कुर्सी मुसहर भुइया समाज को दिया था न कि जीतन राम मांझी…
लेखिका प्रभा खेतान के साहित्यिक योगदान में कवि ध्रुवदेव मिश्र पाषाण की भूमिका : जयनारायण प्रसाद
ध्रुवदेव मिश्र 'पाषाण' जी ने प्रभा खेतान के साहित्यिक योगदान पर बहुत खुलकर बोला है। निर्भय देवयांश ने भी बहुत सराहनीय इंटरव्यू किया है। अच्छा लगा। धन्यवाद निर्भय जी को।…
आलोचना की नयी सूरत : रमाकांत नीलकंठ
कुछ लोग कवि की उम्र का मुंह देखकर उसकी कविता पर विचार करते हैं या उसे दरकिनार करते हैं। कविता की तरफ कविता का मुंह देखने नहीं जाते, उसका शीलसौन्दर्य…
मध्यवर्ग की सशक्त लेखिका हैं डॉ. कृष्णा श्रीवास्तव : सुनील श्रीवास्तव
मध्यवर्ग की सशक्त लेखिका हैं डॉ.कृष्णा श्रीवास्तव *************************************** वरिष्ठ लेखिका कृष्णा श्रीवास्तव का नया कहानी संग्रह ‘ आकाशवाणी से प्रसारित कहानियां ‘ पढ़ते समय मुझे यह कत्तई एहसास नहीं हुआ…
आपातकाल (25 जून 1975) का वह समय : सुनील श्रीवास्तव
आपातकाल ( २५ जून १९७५ ) का वह समय ********************************** जिस दिन ( २५ जून १९७५ ) आपातकाल लगा था , उस दिन मैं बनारस में था .मित्र कथाकार अब्दुल…
वीरेन्द्र परमार के व्यंग्य-संग्रह – यतो अधर्म: ततो जय : भ्रष्टाचार के राष्ट्रीय उत्सव में : अजित कुमार राय
कूट वक्रताओं के विकास - क्रम में व्यंग्य एक प्रहार मूलक नुकीला और धारदार हथियार है जो कि भ्रष्टाचार की सहिष्णुता के कारण अब भोंथरा होता जा रहा है। आक्रोश…