नवमनोनित मंत्री का जद(यू.) कार्यालय में किया गया अभिनंदन। इस अवसर मिला पर्वत पुरुष दशरथ मांझी के परिजनों ने ली जद(यू.) की सदस्यता
जीतन राम मांझी परिवार मोह में बिक सकते हैं लेकिन मुसहर-भुईयां समाज नहीं – रत्नेश सदा
16 जुन, 2023 पटना।
जद(यू.) मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में माउंटेन मैन के नाम से दुनियाभर में मशहूर दशरथ मांझी जी की बेटे और दामाद ने प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा जी की उपस्थिति में जद(यू.) की सदस्यता ग्रहण की।
इस दौरान बिहार जद(यू.) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि दशरथ मांझी ने अपने बुलन्द हौसले और दृढ़ इच्छाशक्ति के दम पर पूरे बिहार को गौरान्वित किया है। उनकी गौरवगाथा हर शब्दों से परे है। आगे उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का सौभाग्य है कि उनके परिवार से जुड़े लोग आज हमारे साथ मिलकर समाज और देशहित में कार्य करने के लिए उत्सुक हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ‘माउण्टेन मैन’ दशरथ मांझी जी को मीडिया में जितनी जगह मिलनी चाहिये थी, दलित समाज से होने के कारण उन्हें उतनी तवज्जों नहीं दी गई। परन्तु जब आदरणीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने उन्हें एक बार जनता दरबार के कार्यक्रम में अपनी कुर्सी पर बैठाया तब जाकर देश-दुनिया का ध्यान दशरथ मांझी जी और उनके ऐतिहासिक कारनामों पर गया। मुख्यमंत्री जी ने दशरथ मांझी जी को सही मायनों में उचित सम्मान दिया है।
जद(यू.) के वरिष्ठ नेता सह सांसद श्री वशिष्ठ नारायण सिंह जी ने कहा कि यह दिन हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आज एक इतिहास पुरुष की स्मृति को नमन करने का मौका हमें मिल रहा है। आज देश में असली लड़ाई इतिहास बचाने की है, और इस लड़ाई का नेतृत्व आदरणीय नीतीश कुमार जी कर रहे हैं। इस चमक धमक की दुनिया में मुख्यमंत्री जी ने न सिर्फ दशरथ मांझी जी को याद किया बल्कि उनको सम्मान दिलाने के लिए भी कई निर्णायक प्रयास किए। नीतीश कुमार जी ने बिहार के लिए जो काम किया है वह आज अपने आप में एक नजीर है। नीतीश कुमार जी के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर दशरथ मांझी जी के पुत्र ने आज जद(यू.) की सदस्यता ग्रहण की, पार्टी और प्रदेश के लिए यह एक सुखद खबर है।
नवनियुक्त मंत्री श्री रत्नेश सदा ने कहा कि महादलितों के असली मसीहा माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी हैं। पहले अनुसूचित जाति और जनजाति के लोग नेता नहीं बनते थे लेकिन मुख्यमंत्री जी ने पंचायत में आरक्षण देकर दलित/महादलित समाज को लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का अवसर दिया। आगे उन्होंने जीतन राम मांझी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को आदरणीय मुख्यमंत्री जी ने सम्मान दिलाया, उन्हें मुख्यमंत्री पद तक पहुंचाया उसी जीतन राम मांझी ने बार-बार हमारे नेता श्री नीतीश कुमार जी के पीठ में छुड़ा डालने का काम किया। सन्तोष मांझी जी का राजनीतिक और सामाजिक जीवन में शून्य भागीदारी रही है, वो बस अपने पिता जी के बदौलत मन्त्री पद हासिल की मगर मैं अपने कर्मों और श्री नीतीश कुमार जी आशीर्वाद के बदौलत आज बिहार का मन्त्री बना हूं।
भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चैधरी ने कहा कि पर्वत पुरुष दशरथ मांझी जी को माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी देश और दुनिया में पहचान दिलाने का काम किया। आज जो लोग खुद को पुर्व मुख्यमंत्री होने का दावा करते हैं, असलियत में उनके पास न तो मुख्यमंत्री बनने की हैसियत थी और न ही काबिलियत। मुख्यमंत्री जी का सपना था कि वो एक महादलित समाज के बेटे को मुख्यमंत्री बनाये लेकिन बदले में उन्होंने व्यक्तिगत फायदे के लिए हमारे नेता आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी के साथ छल करने का काम किया।
इस मौके पर पार्टी की सदस्यता लेने वाले पर्वत पुरुष दशरथ मांझी जी के दामाद मिथुन मांझी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने मुशहर व भुईयां समाज को जो सम्मान दिया है, उसका कर्ज कभी चुकता नही किया जा सकता है। इससे पहले हम लोग किसी पार्टी के सदस्य नहीं लेकिन जीतन राम मांझी के द्वारा समाज को बेचने का काम किया जा रहा है इसी से आहत होकर हमलोगो ने पूरे परिवार के साथ जद(यू.) की सदस्यता ग्रहण की।
मंच का संचालन मुख्यालय प्रभारी श्री चन्दन कुमार सिंह ने किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से वित्त मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, जल संसाधन मंत्री संजय झा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह, पूर्व मंत्री श्री सन्तोष कुमार निराला, विधान पार्षद श्री सजंय गांधी, मुख्यालय प्रभारी श्री वासुदेव कुशवाहा, श्री सतेन्द्र गौतम मांझी, श्री हुलेश मांझी, श्री मुन्ना चैधरी, श्री दीपक रजक, जाॅर्ज मांझी, श्री शिव कुमार मांझी, श्री अजीत शर्मा, श्री शत्रुध्न पासवान मौजूद रहे।
(संजय कुमार सिन्हा)
कार्यालय सचिव