-अमरनाथ
मलेशिया में कन्नड़ कहले: कन्नड़ को विश्वस्तरीय सांस्कृतिक महोत्सव और विश्व पहचान दिलाने का एक सच्चा प्रयास
प्रतिष्ठित “कन्नड़ कहले” कार्यक्रम एवं “वर्ल्ड बेस्ट कन्नडिगा अवॉर्ड 2025” का आयोजन सुधा वेंचर्स द्वारा, कर्नाटक सरकार के कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से, 20 अगस्त 2025 को रॉयल चुलान होटल, कुआलालंपुर, मलेशिया में किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे – माननीय श्री शिवराज तंगडगी, कर्नाटक सरकार के कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री, मलेशिया में भारत के उच्चायुक्त डॉ. श्री बी. एन. रेड्डी, श्री सुरेंद्र कुमार हेगड़े और श्री आनंद संकेश्वर (वी.आर.एल. डायरेक्टर)। इस आयोजन की अगुवाई विश्वसुंदरी श्रीमती सुधा ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत और मलेशिया के राष्ट्रगान के साथ हुआ। इसके बाद कन्नड़ कलाकारों द्वारा शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसने सांस्कृतिक महोत्सव की शुरुआत की। भारत, मलेशिया और अन्य देशों से आए कलाकारों ने गीत-संगीत और विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।
प्रसिद्ध कलाकार साई कुमार, अभिनेत्री प्रेमा, गायिका मनसा होल्ला, गायक सचिन और मिमिक्री कलाकार गोपी, साथ ही मलेशिया और बांग्लादेश से आए कई कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया और आठ लोगों को “वर्ल्ड बेस्ट कन्नडिगा 2025” अवॉर्ड प्रदान किया गया। महिलाओं की शक्ति, सृजनशीलता और उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए विशेष मंच “शृंगार सभा” का भी आयोजन किया गया।
वर्ल्ड बेस्ट कन्नडिगा अवॉर्ड विजेता 2025
1. मेराज अनवर – सेलिब्रिटी फैशन डिजाइनर
2. डॉ. नागज्योति नागराजु – मेडिकल क्षेत्र
3. ए. एस. प्रेमनाथ – प्रबंध निदेशक (सेवानिवृत्त), कर्नाटक मिल्क फेडरेशन
4. मनसा होल्ला – गायिका एवं निर्देशक
5. मिमिक्री गोपी – मिमिक्री कलाकार
6. सचिन एस – पार्श्व गायक, संगीतकार, गीतकार, ज़ी कन्नड़ सरिगंपा अवॉर्ड जूरी
7. धनंजय – अभिनेता एवं एंकर, बेस्ट प्रेजेंटर 2025
8. डॉ. भुवना सी. एन (मानद) – सॉफ्टवेयर उद्यमी एवं समाजसेविका
“कन्नड़ कहले” कार्यक्रम ने न केवल कर्नाटक की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया, बल्कि भारत और मलेशिया के सांस्कृतिक एवं व्यावसायिक संबंधों को भी और अधिक सुदृढ़ किया।
यह आयोजन एक यादगार उत्सव साबित हुआ, जिसने एकता, विरासत और वैश्विक सम्मान को एक मंच पर संगठित किया।