*महिला के बर्बर तरीके से पिटाई का कारण कर्ज नही हो सकता : निवेदिता सिंह*
*आरोपी राजद समर्थक, इसलिए नहीं हो रही गिरफ्तारी : अमृता भूषण*
*भाजपा का उद्देश्य पीड़िता को मुआवजा नहीं न्याय दिलाना : योगेंद्र पासवान*
पटना, 25 सितंबर । भाजपा प्रदेश की महिला नेताओं की एक टीम सोमवार को पटना के खुसरूपुर के मोसीमपुर गांव पहुंचकर दलित समाज से आने वाली एक महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार के मामले को लेकर पीड़िता से मुलाकात की।
खुसरूपुर से आने के बाद प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एमएलसी निवेदिता सिंह ने कहा कि कोई भी व्यक्ति उस महिला के घाव देखने के बाद रो पड़ेगा। महिला को जिस तरह बर्बर तरीके से दुर्व्यवहार किया गया उस घटना को सुनकर टीम की सभी महिलाओं के आंख से आंसू निकल गए।
उन्होंने कहा कि दो दिन से दहशत के कारण पीड़िता घर से बाहर नहीं निकल रही थी। आरोपी दबंग द्वारा कहा गया कि तुम्हारे पति कब्जे में है, अगर तुम नहीं आई तो उसकी हत्या कर दी जाएगी।
इसके बाद पीड़िता दबंग के घर गई। यहां उसे नग्न कर मारा पीटा गया और दबंग ने अपने लड़के से उसके मुंह में पेशाब तक करवाया।
उन्होंने कहा कि रात को ही पीड़िता उसी स्थिति में अपने घर आई और एक महिला सदस्य के साथ थाने पहुंची।
विधान पार्षद ने कहा कि दहशत के कारण पीड़िता अपने पति और चार बच्चों को अन्य जगह भेज चुकी है। उन्होंने कहा कि पीड़िता के घर के पास ही राजद मंडल अध्यक्ष का घर और कार्यालय है, लेकिन कोई अब तक पीड़िता से मिलने नहीं गया।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जितने बर्बर तरीके से यह कार्य किया गया है, उसके पीछे कारण कर्ज नहीं हो सकता है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जल्द दोषियों को गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी जुमला कहते है कि कानून अपना काम करेगा।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष अमृता भूषण ने कहा कि आज देश में महिला आरक्षण की बात हो रही है और बिहार में महिला के साथ ऐसी घटना हो रही है। उन्होंने कहा कि आरोपी को राजद का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने पीड़िता की सुरक्षा देने की मांग की।
इधर,प्रदेश मंत्री रीता शर्मा ने कहा कि जब यह सरकार बनी थी तब यह आशंका थी कि बिहार में जंगल राज आ जाएगा और आज इस घटना ने साबित कर दिया कि जंगलराज की पुनरावृत्ति हो गई है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रवक्ता योगेंद्र पासवान ने कहा कि सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के दौर में जंगल राज था जबकि आज के दौर में जुल्मी सरकार है। उन्होंने इस मामले में स्पीडी ट्रायल कर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है।