जातीय गणना की रिपोर्ट 24 घंटे में जारी करे सरकार : सम्राट
सम्राट ने पूछे सवाल अति पिछड़े आयोग की रिपोर्ट क्यों नहीं जारी हुई, जातीय गणना की रिपोर्ट जारी करने से किसने रोका
पटना, 27 अगस्त । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने रविवार को आरक्षण और जातीय गणना (सर्वेक्षण) को लेकर लालू प्रसाद और नीतीश कुमार पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने दोनों को आरक्षण विरोधी बताते हुए कहा कि ये दोनो मिल गए है। उन्होंने दोनो को अति पिछड़े और दलित विरोधी बताते हुए कहा कि ये सवर्ण विरोधी भी है, ये तो पूरा देश जानता है।
प्रदेश कार्यालय में प्रधानमंत्री के ‘मन की बात ‘ सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश में महिलाओं के प्रति सशक्तिकरण को लेकर पूरी चर्चा की। देश में खेल को बढ़ाने और इसे प्रेरित कर आगे बढ़ाने को लेकर चर्चा की। उन्होंने मेघालय के विकास और नार्थ ईस्ट की बात की तो देश के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए चंद्रयान से लेकर चंद्रयान 3 तक चर्चा की।
प्रधानमंत्री जी ने मेरा माटी, मेरा देश की कल्पना के तहत शहीदों के घरों से मिट्टी (शहर में चावल) लेने की भी चर्चा की।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न पर श्री चौधरी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश कुमार को टोला का संयोजक , चार – पांच गांव का संयोजक बनाने की की तैयारी चल रही है, ऐसा मुझे पता चला है।
इधर, भाजपा पर जातीय सर्वेक्षण का विरोध करने से संबंधित एक सवाल पर श्री चौधरी ने भड़कते हुए कहा कि मंडल कमीशन में लालू प्रसाद का कोई योगदान नहीं था। वी पी सिंह उस समय पीएम थे और भाजपा के 83 सांसदों के समर्थन से कमीशन की रिपोर्ट संसद में पारित हुआ।
उन्होंने कहा कि जो आज चर्चा कर रहे हैं उन्हें जानना चाहिए कि 1977 में मंडल कमीशन आयोग बना और कांग्रेस इसकी रिपोर्ट 12 सालों तक लागू नहीं होने दी। कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए। कांग्रेस के नेता राजीव गांधी उस समय पानी पी – पीकर गाली देते थे।
भाजपा के नेता ने आगे सवाल करते हुए कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट जारी करने से किसने रोका है? भाजपा तो कह रही है कि 24 घंटे के अंदर इसकी रिपोर्ट जारी हो।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की बात का क्या जवाब दें, वे तो मुखिया भी नहीं बन सकते।
श्री चौधरी ने आगे कहा कि पिछले साल सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अति पिछड़ा आयोग बनाया गया, चुनाव भी हो गया, लेकिन अब तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया। बिहार में जातीय गणना का बजट भी तब पास हुआ जब भाजपा के 16 मंत्री थे।
उन्होने कहा कि ये लोग जाति के नाम पर राजनीति करते है, ये समाज को जातियों में बांटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट जारी करने से किसने रोका। उन्होंने कहा नीतीश कुमार कोई फैक्टर नहीं है, बिहार सरकार 24 घंटे के अंदर जातीय सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी करे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता लालू और नीतीश को अब पहचान चुकी है। लालू फिर से बैकवर्ड फारवर्ड करना चाहते हैं और जातीय उन्माद पैदा करना चाहते हैं। लालू बैकवर्ड के नाम पर अपने और अपने परिवार को राजनीति में आगे बढ़ाया है।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री चौधरी ने कहा कि राजद और जदयू के नेता ने ही लालू प्रसाद को जेल भेजने का काम किया। शिवानंद तिवारी जी ने ही केस किया था, यह आपको याद होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मन की बात को मुख्य रूप से भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र जी ,बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ,बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ,पूर्व र्केंद्रीय मंत्री सांसद राधामोहन सिंह, पूर्व सांसद वीरेंद्र चौधरी, पूर्व विधायक सत्यनारायण यादव,अरविंद शर्मा, प्रियंवदा केसरी ,राकेश कुमार सिंह,राजेश कुमार झा,प्रवीण चंद्र राय पटेल, नितिन अभिषेक, शीला कुशवाहा प्रोफेसर गणेश प्रसाद सिंह आशुतोष शाही, आनंद पाठक सहित सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने सुना मन की बात।