“ग्राम संसद सद्भाव की बात’’ के जरिए प्रदेश अध्यक्ष ने दिया एकता एवं भाईचारे का संदेश
18 अगस्त 2023
शुक्रवार को पूर्णिया जिला के महादलित टोला विक्रमपुर पालसी में आयोजित ‘‘ग्राम संसद संवाद कार्यक्रम’’ को संबोधित करते हुए जनता दल(यूव) के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पार्टी द्वारा ग्राम संसद – सद्भाव की बात राज्यव्यापी अभियान कि शुरुआत 15 अगस्त 2023 से की गई है। इस अभियान को शुरू करने की जरूरत हमें इसलिए महसूस हुई क्योंकि एक तरफ हमारे नेता मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार सामाजिक तानाबाना को मजबूत करते हुए समाज के सभी वर्गों के सहयोग से विकास की गाड़ी पटरी पर लाकर एक-एक कार्य कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ फिरकापरस्त ताकतें जिनकी आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं थी और जिन्होंने महंगाई कम करने, बेरोजगारी दूर करने, किसानों की आमदनी दोगुना करने और अच्छे दिन लाने के नाम पर केवल देश को झांसा दिया है ये ताकतें लोकतंत्र का गला घोंटने और देश का इतिहास बदलने पर आमादा हैं। भाजपा एवं इसके सहयोगी संगठन षड्यंत्र के तहत धर्म का राजनीतिकरण करते हुए राम के नाम पर हमारे नौजवानों के हाथों में कलम की जगह तलवार देने और उन्हें धार्मिक उन्माद की ओर धकेलने का काम करते हैं। सच्चाई यह है कि इनलोगों को हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद से कोई मतलब नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता दल (यू0) और हमारे सर्वमान्य नेता श्री नीतीश कुमार की बड़ी स्पष्ट सोच है कि सामाजिक सद्भाव और मिल्लत के वातावरण में ही राज्य और देश की तरक्की हो सकती है और उनका वास्तविक और सम्पूर्ण विकास हो सकता है। इसी आलोक में हमारी पार्टी इस अभियान के माध्यम से राज्य और देश में अमन-चैन और भाईचारा का संदेश देकर जन-जन को जागरुक करने का काम कर रही है। मुख्यमंत्री जी के 18 वर्षों के शासनकाल में बिहार का सर्वांगीण विकास हुआ है। यह उनकी दूरदृष्टि ही थी कि उन्होंने सत्ता में आते ही पंचायती राज के चुनावों में एकल पद सहित विभिन्न पदों पर अनुसूचित जाति/जनजाति, अतिपिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं को आरक्षण देकर समाज में सदियों से व्याप्त असंतोष को दूर किया। वंचित वर्ग के वैसे लोग जो समाज की मुख्यधारा से कटकर गलत दिशा में भटक गए थे, वे आरक्षण के कारण मुख्यधारा में वापस आए और राज्य के विकास कार्यों में योगदान देने लगे, जिससे समाज में सद्भाव का वातावरण कायम हुआ।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज बड़ी संख्या में सभी वर्गों की महिलाएं घर से निकलकर प्रशासनिक महकमों तथा ब्लाॅक, जिला एवं राज्य मुख्यालय की विभिन्न संस्थाओं में योगदान कर रही हैं, विकास की योजनाएं बना रही हैं तथा सफलतापूर्वक उनका क्रियान्वयन कर रही हैं, जिससे समाज में मौन क्रांति आई और सामाजिक सद्भावना की जड़ें मजबूत हुईं। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार राज्य की आधारभूत संरचना को मजबूत करने और विकास-कार्यों को रफ्तार देने का काम भी साथ-साथ करते रहे। घर-घर बिजली पहुँचाने जैसे बड़़ लक्ष्य को उन्होंने समय से पहले पूरा करके दिखाया। सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल और पक्की गली-नालियों का लक्ष्य भी सफलतापूर्वक हासिल किया गया। अब हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुँचाने का काम किया जा रहा है। इन तमाम कार्यों का लाभ अनुसूचित जातिध्जनजाति एवं अतिपिछड़े वर्गों के साथ समाज के सभी तबकों को मिल रहा है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने गांधी, जेपी, लोहिया, बाबासाहेब अंबेडकर और जननायक कर्पूरी ठाकुर की सोच को आगे बढ़ाने का काम किया। सत्ता में आते ही उन्होंने अतिपिछड़ा वर्ग आयोग और महादलित आयोग का गठन किया, जो समाज के कमजोर एवं वंचित तबकों के उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित हुआ और सामाजिक सद्भाव को विस्तार मिला। अपने इस अभियान के माध्यम से हमें इन सारी बातों को लोगों के बीच रखना है। हमें अपनी सरकार की 18 वर्षों की उपलब्धियों के साथ ही केन्द्र सरकार की 9 साल की नाकामियों से भी जनता को रूबरू कराना है। 2024 में हमें हर हाल में केन्द्र में बैठी निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकना है। हम सभी मिलकर संकल्प लेते हैं कि हम अपने नेता का हाथ मजबूत करेंगे। यह हमारे नेता की विश्वसनीयता और उनके व्यक्तित्व का आकर्षण है कि देश की तमाम विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं। अब हमारा काम ये होना चाहिए कि हम बिहार की 40 की 40 सीटें उनकी झोली में डाल दें और जब तक ये संकल्प पूरा न हो, हम चैन से न बैठें।
इस कार्यक्रम में पूर्णिया के माननीय सांसद श्री सन्तोष कुशवाहा, पार्टी के जिलाध्यक्ष श्री राकेश कुमार एवं प्रदेश महासचिव श्री जितेंद्र यादव मौजूद थे।